Thursday, September 29, 2022

OCTOBER 2022 मास्टर मुखत्यार सिंह अलवर राजस्थान

 1...  भारत में साम्प्रदायिक बनाम वामपंथी राजनीतिक दल तो हैं लेकिन घोर दक्षिण पंथी एवं रुढिवादी विचारधारा के राजनीतिक दल नहीं है जो कि एक विचारधारा का ह्रास है ।

 28.10.2022  मास्टर मुखत्यार सिंह 

SEPTEMBER 2022 MUKHTYAR SINGH MASTER THOUGHTS

 2...आज 29.09.2022 को आया सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला अब कोई भी विवाहित या अविवाहित महिला 22 से 24 हफ्तों से पहले पहले वैधानिक रूप से गर्भपात करा सकेगी ।

1...ज्यादातर प्रेम प्रस॓ग ही ही दुष्कर्म में बदल जाते हैं ।  

 Sep.16 , 2022


Thursday, August 18, 2022

AUGUST 2022 मुखत्यार सिंह मास्टर अलवर राजस्थान विचार

20.08.2022 मोबलिन्चिग की कोई भी घटना निन्दनीय है लेकिन 20.08.2022आज जो नेता गोविन्दगढ ( अलवर  ) में मोबलिन्चिग शिकार मृतक चिरंजीलाल के घर पर पहूँच रहे हैं 2018 में पहलू खाँन (बहरोड़) और रकबर खाँन ललावन्डी (रामगढ़) मोबलिन्चिग हत्याओं में कहाँ थे  ???

(मास्टर मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान)


19.08.2022  फेसबुक , यू टयूब और इन्सटाग्राम पर लोग वही दे रहे हैं जो उनके पास है इससे उनक मानसिकता परवरिश का आसानी से पता चल जाता है....मास्टर मुखत्यार सिंह अलवर राजस्थान  

18.08.2022 जातिवाद का विरोध करने वाले भी बहुत बड़े जातिवादी होते...मास्टर मुखत्यार सिंह अलवर राजस्थान 

Tuesday, May 3, 2022

मेरा साहित्य

 पंजाबी  साहित्य 

1...हीर 

= वारे शाह कवि के द्वारा हीर राँझा की लव स्टोरी पर लिखी गई थी ।

घर पर किताब है जो सन 2009 में भटिण्डा से पंजाबी भाषा में खरीदी थी और अक्सर पढ़ता रहता हूँ । 

2...बुल्ले शाह  

= सूफी संत बाबा बुल्ले शाह के द्वारा ऊर्दू और पंजाबी की मिली जुली जुबान में लिखी हुई परमात्मा अर्थात खुदा से मिलने की तड़फ में कविताओं का संग्रह ।

सन 2013 में रामगढ़ अलवर के राधा स्वामी सत्संग के डेरे में बुक स्टोर्स से हिन्दी भाषा में खरीदी जिसे मैं पढ़ चुका हूँ ।

3...जिन्दगी बिलास  

= साधु दया सिंह आरिफ के द्वारा मनुष्य के सौ सालों के जीवन को बिना खुदा की बंदगी किये यूँ ही ऐशो आराम में सौ सालों का जीवन बर्बाद करने पर करीब 1940 में लिखी काव्य रूप में एक प्रसिद्ध पंजाबी जुबान की किताब ।

वैसे तो मेंरे पिताजी 1991 में पंजाब से लाये थे और इससे मै रू बरू भी था लेकिन 30.04.2022 को मैंने इसे फिर से नानकमत्ता उतराखण्ड के गुरु द्वारे के अमावस (मस्सयाँ ) मेले से पंजाबी भाषा में 100 रूपये में खरीदी व जिसे बड़ी रूचि से पढ़ रहा हूँ ।


Sunday, April 17, 2022

45 फुट दिवार खर्चा डिटेल्स मुखत्यार सिंह करनावल


Date....21.04.2022 शुक्रवार 

आज भी मैंने बेलदारी की

Rs..500  एक मजबूत वाली चाली 

RS..760 के दो गट्टे सीमेन्ट के दोपहर को 

Rs..380 एक गट्टा सीमेन्ट लाॅकडाऊन स्ट्राँग शाम को 

Rs..3700 मिस्त्रीयों व बेलदार को

Rs..95 की दो लीटर की डयू ठण्डा 



Date...20.04.2022.आज एक बेलदार नहीं आया इसलिए पूरे दिन मैंने भी बेलदारो की ।

760 रूपये के Rock Strong के दो गट्टे सीमेन्ट के 

1000 रूपये मिस्त्री बेलदारो को एडवांस दिये 

Date...19.04.2022 का खर्चा....

सुबह 25 रूपये का आधा किलो दूध चाय के लिए लाया 

आज ढाढोली गाँव से

दो मिस्त्री.650 रूपये प्रति मिस्त्री दिहाड़ी पर आकर लगे व सुबह आठ बजे चिनाई शुरू की ।

समय सिंह और रामप्रसाद ने 

दो बेलदार ढाढोली गाँव के समय सिंह और राजन ने 400

रूपये प्रति बेलदार ने काम शुरु किया ।

मैंने भी सारे दिन पत्थर बोये ।

सुब्ह 760 रूपये के J.K. सीमेंट के दो गट्टे बाईक पर लाया ।

शाम को 1000 रूपये मिस्त्री बेलदारो को एडवांस दिये ।

शाम को फिर 760 रूपये के दो गट्टे  J.K. सीमेन्ट के बाईक पर लाया । तभी बाईक में  200 रूपये का पेट्रोल डलवाया ।



1...760 रूपये के सु

Date...18.04.2022...Rs...360 के  दो गट्टे सीमेन्ट के 380 रूपये प्रति गट्टा की दर से एक गट्टा J.K. सीमेंट का व एक गट्टा 

Rock Strong का । बहाला स्टैण्ड नन्दा कुम्हार की दुकान से ।

Rs..150 की भारी टीन की छोटी पराय व Rs..180 की ही भारी टीन की बड़ी पराती  । मैडम पुष्पलता की दुकान टकला मार्केट अलवर से ।

Date...17.04.2022.....Rs..5400 दो सौ फुटी बजरी 

की एक ट्राॅली ।

Date.......18.04.2022.....Rs....760..के दो गट्टे सीमेन्ट के 

Wednesday, April 6, 2022

APRIL 2022 विचार मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान

 

5...नेकी कर दरिया में डाल और बुराई माथे ले...

(19.04.2022)

( मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान )


4...आख़िर जैलैन्स्की की जिद ने 

जला ही दिया 

हँसते खेलते यूक्रेन को..... 18.04.2022

(मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान )


3...हवस में लोग वफा को बेच देते हैं 

खुदा के घर को तो क्या 

खुदा को ही बेच देते हैं.... 

(मिर्ज़ा गालिब)


2...ना कहूँ अब की ना कहूँ तब की

अगर ना होते गुरू गोबिंद सिंह 

सुन्न्त होती सब की.....

(सूफी कवि बुल्ले शाह )


1...बाहर चाहे कोई कितना भी शेर हो लेकिन घर में हमेशा

 कद्र कुत्ते जितनी ही होती है....07.04.2022

(मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान) 

Wednesday, March 23, 2022

मार्च 2022 मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान विचार

 मेरे विचार मार्च 2022 

लेखक -- मुखत्यार सिंह करनावल M.I.A अलवर  , राजस्थान 

टाईट्ल  = फंक्शन टैन्शन

 

☆☆☆ बात विडियो बनवाने और भाषण देने की नहीं है ।

ऐसे भाषण तो मैं आज से बीस साल पहले से ही देता आ रहा हूँ 

जब स्मार्ट फोन होते ही नहीं थे । हमारे हजारों अनमोल भाषण 

बिना विडियो के ही चले थे जो आज भी लोगों के 

दिलों में अमर हैं । और आजकल तो हमें फेसबुक  , यू टयूब 

पर लाईव बोलने और गूगल पर ब्लॉग लिखने से ही फुर्सत 

नहीं मिलती । कयोंकि मेरे दो यू टयूब चैनल व दो ब्लॉग्स और 

एक मेरा फेस बुक पर्सनल अकाऊन्ट और एक फेसबुक ग्रुप और 

एक मेरा फेसबुक पेज भी है । 

हाँ यह सत्य है कि जो खुशी जनता के सामने खड़े 

होकर बोलने से  मिलती है वो मोबाईल के सामने बैठ कर 

बोलने से नहीं मिलती ।  

लेकिन सिर्फ़ बोलने वालों को ही क्योंकि ना बोलने

वालों की तो खड़े होते ही टाँगें हैं हिलती ।

आज ज्ञान सिंह जी के अलावा  मेरे साथी रतन और रामचरन जी

 ने भी बहुत कुछ बोला जिससे मुझे बहुत अच्छा लगा ।

और साथी कॄष्ण और राकेश जी ने फंक्शन की सारी  व्यवस्था 

करने में अहम् भूमिका निभाई जो हमारे बस का 

काम नहीं था ।

  

इसके अलावा मै मेरे चार पर्सनल वाॅट्स एप ग्रुप को भी 

चलाता हूँ जिनका एडमिन भी मैं ही हूँ ।

टविटर और इन्सटाग्राम के लिए वक्त ही कहाँ मिलता है  ?

बस अकाऊंट बना कर रखे हुए हैं जिनके कभी-कभी 

दर्शन कर लेते हैं ।

इतना सब ताम- झाम इसलिए कि वक़्त अब समाज से कुछ 

लेने का नहीं बल्कि समाज को कुछ देने का है ।

 जो कुछ लेना था ले चुके ।

बात दरअसल अनुशासन की है यदि एक बच्चा 

अनुशासन को तोड़े तो किसी हद तक चलता है 

परन्तु यदि समाज के जिम्मेदार  लोग ही अनुशासन को तोड़े तो 

ये गवारा नहीं । 

और वो भी तब जब किन्हीं गंभीर मुद्दों पर चर्चा चल रही हो ।


कभी-कभी समाज को कुछ सबक प्रैक्टिकल करके दिये 

जाते हैं जो हमेशा उन्हें याद रहते हैं  जिससे  भविष्य में वो 

अनुशासन व दुसरे लोगों के मान सम्मान का हमेशा 

ख्याल रखते हैं  । 

प्रैक्टिकल का क्या महत्व है इसे एक साइन्स 

या बायो का टीचर बेहतर समझ सकता है ।


आप मुझे बुरा कहो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन 

यदि किसी सौ लोगों में से किसी एक ने भी कुछ  सीख  लिया 

तो समझो मेरा मकसद पूरा हो गया ।

खैर ये महफिले अब तुम्हारी ही रहेंगी क्योंकि हम तो वैसे भी

30.03 2022 के बाद भूत काल हो जाएँगे ।

कहा सुना माफ

आपका मीठा कड़वा साथी

मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान 

तारीख  23.03.2022

पढ़ने के लिए दिल से 

शुक्रिया