23 September 2023 Saturday
अस्सु महीना 6 (नानकशाही सम्वत 555)
भर्तृहरि का सालाना मेला अलवर राजस्थान
मेरा जीवन एक खुली किताब है जिसे कोई भी पढ़ सकता है
और मैं चाहता हूँ कि जमाना मुझे पढें ।
रोज़मर्रा की तरह स्कूल गया । मेरा और महेन्द्र सिंह का
आज स्कूल के बाद भर्तृहरि के मेले में जाने का कार्यक्रम था ।
इसलिए मैं स्कूल से 12 बजे ही निकल लिया ।
लेकिन एक बजे फोन करने पर पता चला कि महैन्द्र सिंह
सुबह बाईक से गिर गये थे व उनके हाथों की नसें सुन हो
गयी हैं । इस कारण मुझे अकेले ही जाना पड़ा ।
घर से दोपहर 3 बजे वाया दादर घर से बाईक पर शुरू हुआ ।
रास्ते में काफी बरसात हुई ।
अलापुर में महेन्द्र सिंह का हाल चाल पूछने के बाद शाम
4:45 p.m. पर अकेले ही भर्तृहरि मेले के लिए रवाना हुआ ।
चार किलोमीटर पहले ही पार्किंग में बाइक को रोक दिया गया ।
एक घंटा बाइक से व एक घंटा पैदल लगा ।
भीड़ कम हो रहीं थी ।
दर्शन आसानी से हो गये ।
खाने पीने की भण्डारों में फुल सुविधा धी ।
दो लाठियाँ खरीदी ।
प्रत्येक लाठी की कीमत 120 रूपये थी ।
करीब एक घंटे तक वहाँ पर घूमा फिरा व फोटो खींचे
व विडियो बनाई ।
फिर वैसे ही एक घंटा पैदल व एक घंटा बाइक पर अलापुर
पहुचने में लगा ।
अलापुर से कुल पाँच घंटे में आना जाना व दर्शन में लगे ।
रात 10 बजे महेन्द्र सिंह जी के पास पहुँचा ।
यू टयूब चैनल पर वीडियो अपलोड की व सोया ।
Stationary Shop sale details
1...home rs. 9
2...School rs.58
Total sale rs.67 only
Expanses
1...rs 12 milk
2..rs.110 bike Petrol for bharthari
3...rs. 20 bike parking in bharthari
4...rs 10 donation in bharthari
5...rs 220 two lathhiyan दो लाठियाँ
Total expenses...Rs...372
No comments:
Post a Comment