Friday, August 23, 2024

शायरी मास्टर मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान

 शायरी मास्टर मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान 


तुम्हें खूब पता है यहाँ खुदा के घर में भी होती हैं चोरियाँ ।

इक तुम हो कि इस चोर बाजार में महबूब लिए घूमती हो ।।


27.08.2024 ======

हम तो पतंगे हैं जो शमा को चूमते है ।

छोटी ने मना कर दिया तो बड़ी को ढूंढते हैं ।। 

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