मेरे विचार मार्च 2022
लेखक -- मुखत्यार सिंह करनावल M.I.A अलवर , राजस्थान
टाईट्ल = फंक्शन टैन्शन
☆☆☆ बात विडियो बनवाने और भाषण देने की नहीं है ।
ऐसे भाषण तो मैं आज से बीस साल पहले से ही देता आ रहा हूँ
जब स्मार्ट फोन होते ही नहीं थे । हमारे हजारों अनमोल भाषण
बिना विडियो के ही चले थे जो आज भी लोगों के
दिलों में अमर हैं । और आजकल तो हमें फेसबुक , यू टयूब
पर लाईव बोलने और गूगल पर ब्लॉग लिखने से ही फुर्सत
नहीं मिलती । कयोंकि मेरे दो यू टयूब चैनल व दो ब्लॉग्स और
एक मेरा फेस बुक पर्सनल अकाऊन्ट और एक फेसबुक ग्रुप और
एक मेरा फेसबुक पेज भी है ।
हाँ यह सत्य है कि जो खुशी जनता के सामने खड़े
होकर बोलने से मिलती है वो मोबाईल के सामने बैठ कर
बोलने से नहीं मिलती ।
लेकिन सिर्फ़ बोलने वालों को ही क्योंकि ना बोलने
वालों की तो खड़े होते ही टाँगें हैं हिलती ।
आज ज्ञान सिंह जी के अलावा मेरे साथी रतन और रामचरन जी
ने भी बहुत कुछ बोला जिससे मुझे बहुत अच्छा लगा ।
और साथी कॄष्ण और राकेश जी ने फंक्शन की सारी व्यवस्था
करने में अहम् भूमिका निभाई जो हमारे बस का
काम नहीं था ।
इसके अलावा मै मेरे चार पर्सनल वाॅट्स एप ग्रुप को भी
चलाता हूँ जिनका एडमिन भी मैं ही हूँ ।
टविटर और इन्सटाग्राम के लिए वक्त ही कहाँ मिलता है ?
बस अकाऊंट बना कर रखे हुए हैं जिनके कभी-कभी
दर्शन कर लेते हैं ।
इतना सब ताम- झाम इसलिए कि वक़्त अब समाज से कुछ
लेने का नहीं बल्कि समाज को कुछ देने का है ।
जो कुछ लेना था ले चुके ।
बात दरअसल अनुशासन की है यदि एक बच्चा
अनुशासन को तोड़े तो किसी हद तक चलता है
परन्तु यदि समाज के जिम्मेदार लोग ही अनुशासन को तोड़े तो
ये गवारा नहीं ।
और वो भी तब जब किन्हीं गंभीर मुद्दों पर चर्चा चल रही हो ।
कभी-कभी समाज को कुछ सबक प्रैक्टिकल करके दिये
जाते हैं जो हमेशा उन्हें याद रहते हैं जिससे भविष्य में वो
अनुशासन व दुसरे लोगों के मान सम्मान का हमेशा
ख्याल रखते हैं ।
प्रैक्टिकल का क्या महत्व है इसे एक साइन्स
या बायो का टीचर बेहतर समझ सकता है ।
आप मुझे बुरा कहो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन
यदि किसी सौ लोगों में से किसी एक ने भी कुछ सीख लिया
तो समझो मेरा मकसद पूरा हो गया ।
खैर ये महफिले अब तुम्हारी ही रहेंगी क्योंकि हम तो वैसे भी
30.03 2022 के बाद भूत काल हो जाएँगे ।
कहा सुना माफ
आपका मीठा कड़वा साथी
मुखत्यार सिंह करनावल अलवर राजस्थान
तारीख 23.03.2022
पढ़ने के लिए दिल से
शुक्रिया